'फाग गाता मास फागन आ गया है आप जैसे देखता हूं मैं ास्वयंवर हो रह है प्रकृति का अनुराग अंचल हिल रहा है 'इन पंक्तियों के अर्थ स्पष्ट कीजिए
मित्र हमारी वेबसाइट पर इस कविता की सप्रसंग व्याख्या दी गई है। आप वहाँ से इसे प्राप्त कर सकते है।
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