1:- peacock (Rashtriya pakshi)
2:- prataha kaaleen brahmaand
नमस्कार मित्र!
आपने हमसे दो विषयों पर निबंध मांगे हैं। आपको इन विषय में जानकारी दे रहे हैं। आप इन जानकारी के आधार पर विस्तार से लिख सकते हैं।
मोर एक बहुत ही सुंदर पक्षी है। यह इतना सुंदर है कि इसे पक्षियों का राजा कहते हैं। इसकी गर्दन लंबी होती है। इसके सिर पर कलगी होती है। इसके पंख बहुत सुंदर व रंग-बिरंगे हैं। पंखों का रंग हरा होता है और इस पर सफेद, नीले गोल छल्ले से बने रहते हैं, जो बहुत लुभावने लगते हैं। इसका पूरा रंग चमकदार, नीला, हरा मिला हुआ होता है। जब यह वर्षा ऋतु में पंख फैलाकर नाचता है तो बहुत ही सुंदर लगता है। परंतु इस सुंदर पक्षी के पैर बहुत ही भद्दे होते हैं। यह कीड़े-मकोड़े, साँप, फल, कंद-मूल व अनाज के दाने खाता है। यह सर्वहारी पक्षी है। यह 5 से 6 अंडे देता है। मोर के समान मोरनी के सुंदर पंख नहीं होते हैं। मोर शांत स्वभाव का पक्षी होता है। यह ज्यादा ऊँचाई तक उड़ नहीं सकता है। यह पूरे भारत में पाया जाता है परन्तु उत्तर भारत में इसकी संख्या ज्यादा होती है। इसकी सुंदरता और मनमोहक नृत्य के कारण इसे राष्ट्रीय पक्षी बनाया गया है।
प्रातकालीन भ्रमण-
प्रातकाल का सौंदर्य अनुपम और स्वास्थ्यकारी होता है। प्राचीनकाल से इस समय को सबसे उत्तम और श्रेयकर माना जाता है। सूर्य का अनुपम सौंदर्य और प्रकृति की मोहक छटा इसी समय में दिखाई देती है। ठंडी हवा मन और शरीर को सुख देने वाली होती है।
प्रातकालीन भ्रमण में जाना स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होता है। सुबह के समय वातावरण स्वच्छ होता है। प्रदूषण का नामो-निशान नहीं होता है। हवा शुद्ध होती है, जो हमारे लिए गुणकारी होती है। प्रातकालीन भ्रमण करते समय तेज़ी के साथ चलना चाहिए। इससे शरीर में रक्त का संचार अच्छा होता है। लंबी साँस लेनी चाहिए। लंबी सांस लेना स्वास्थ्य के लिए उत्तम होता है। इससे फेफड़ो को शक्ति प्राप्त होती है। शरीर की सभी बीमारियाँ दूर हो जाती है। रक्तचाप नियंत्रित रहता है।
आशा करती हूँ कि आपको प्रश्न का उत्तर मिल गया होगा।
ढेरों शुभकामनाएँ!