bhed bhav par nibhand
मित्र हम आपको कुछ पंक्तियाँ लिखकर दे रहे हैं। कृपया इसे आप स्वयं विस्तारपूर्वक लिखने का प्रयास करें-
इसका अर्थ होता है जिसका स्पर्श करना अनुचित हो। इस आधार पर हम कह सकते हैं किसी के साथ जन्म, धर्म, जाति, रंग, लिंग इत्यादि के आधार पर भेदभाव करना अस्पृश्यता कहलाता है। अस्पृश्यता मानव जाति पर सबसे बड़ा कलंक है । सभी मनुष्य समान होते है । कोई भी छोटा या बड़ा नहीं होता । किसी के साथ जाति या अन्य आधार पर भेदभाव करना गलत है। प्राचीन काल में अस्पृश्यता का बोलबाला था।परंतु आज इसमें बहुत परिवर्तन आया है। आधुनिक व्यक्ति किसी के साथ जाति या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं करते।.................