bihari ke GAGAR MEIN SAAGAR BHARNE ki sarthakta ko spasht kijiye.
मित्र बिहारी ने अपने दोहों में कम से कम शब्दों में अधिक से अधिक अर्थ भरने का प्रयास किया हैं ।इनके दोहों के एक से अधिक अर्थ निकलते है । इसलिए इन्हें गागर में सागर कहते हैं ।
bihari ke GAGAR MEIN SAAGAR BHARNE ki sarthakta ko spasht kijiye.
मित्र बिहारी ने अपने दोहों में कम से कम शब्दों में अधिक से अधिक अर्थ भरने का प्रयास किया हैं ।इनके दोहों के एक से अधिक अर्थ निकलते है । इसलिए इन्हें गागर में सागर कहते हैं ।