can anybody tell me the meaning of the last sakhi
hum ghar jalya aapana liya murarda hathi
ab ghar jalo tas ka ja chale hamare sathi
प्रस्तुत पंक्तियों में कबीरदास जी ने अपना विषय-वासनाओं रूपी घर भक्ति रूपी जलती हुई लकड़ी से जल दिया है। वह उस व्यक्ति का भी घर जला सकते हैं जो उनके साथ चलेगा। भाव यह हैं कि जबसे कबीरदास जी ने राम की भक्ति आरम्भ की तब से उनके मन में विषय-वासनाओं के प्रति रूचि समाप्त हो गई है। जो व्यक्ति इन विषय-वासनाओं से छुटकारा पाना चाहता है तो वह उसे भक्ति रूपी मंत्र देकर इनसे छुटकारा दिला सकते हैं।