Can u complete it
मित्र!
हम आपके एक प्रश्न का उत्तर दे रहे हैं। बाकी आप इसी तरह से स्वयं करें। इससे आपका अभ्यास होगा।
पता ...........
दिनाँक ...........
सेवा में,
प्रधानाचार्य जी,
केंद्रीय विद्यालय,
जनकपुरी.
नई दिल्ली।
विषय- विद्यालय में खेल-सुविधा सुधार हेतु पत्र।
महोदय,
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
मनोहर जोशी
हम आपके एक प्रश्न का उत्तर दे रहे हैं। बाकी आप इसी तरह से स्वयं करें। इससे आपका अभ्यास होगा।
पता ...........
दिनाँक ...........
सेवा में,
प्रधानाचार्य जी,
केंद्रीय विद्यालय,
जनकपुरी.
नई दिल्ली।
विषय- विद्यालय में खेल-सुविधा सुधार हेतु पत्र।
महोदय,
सविनय निवेदन यह है कि मैं आपके विद्यालय में आठवीं कक्षा का छात्र हूँ। मेरा नाम मनोहर जोशी है। हमारे विद्यालय में खेल सुविधा की हालत अच्छी नहीं है। हमारे पास खेलने के लिए सामान नहीं है। जो सामान है वह भी बहुत पुराना हो चुका है। खेल अध्यापक भी स्थायी अध्यापक नहीं है। अतः वे कुछ समय के लिए रखे जाते हैं और बाकी समय हमारे पास अध्यापक नहीं है। इस प्रकार हमें कोई सिखाने वाला नहीं है। हम जैसे-तैसे स्वयं खेलते हैं। यही कारण है कि खेल-प्रतियोगिताओं में प्रदर्शन निराशाजनक होता है।
अतः आपसे विनम्र निवेदन है कि इस दिशा में ठोस कदम उठाएँ जाएँ। आपके कार्य से हमारे विद्यालय के बच्चों का भविष्य संवर जाएगा। हम सदैव आपके आभारी रहेंगे।
आपका आज्ञाकारी शिष्य,
मनोहर जोशी