Debate on the topic - Students should take part in politics ( in hindi )
यह अवश्य है कि राजनीति आज हर व्यक्ति के लिए आवश्यक है। राजनीति देश से जुड़ी गतिविधियाँ होती हैं। जिसमें लोगों के प्रतिनिधि भाग लेते हैं। ये प्रतिनिधि आगे चलकर देश का संचालन करते हैं। प्रश्न यह उठता है कि देश की क्या राजनीति में विद्यार्थियों को भाग लेना आवश्यक है।
पक्ष-
राजनीति में विद्यार्थियों का भाग लेना आवश्यक है।-
१. राजनीति में भाग लेकर विद्यार्थी देश की राजनीति को भली भांति समझ पाएँगे।
२. विद्यार्थियों के भाग लेने से देश को नई भावी पीढ़ी मिलेगी, जो हालतों से पूरी तरह से वाकिफ होगी।
३. देश की बरसों से चली आ रही भ्रष्ट राजनीति को जड़ से उखाड़ा जा सकेगा।
४. राजनीति में उनकी सक्रिय भागीदारी देश के भविष्य को नई दिशा प्रदान करेगी।
५. देश को पढ़े लिखे नौजावन मिलेगें, जो अनपढ़ राजनेता से अधिक अच्छे प्रतिनिधि बन सकेगें।
राजनीति में विद्यार्थियों का भाग लेना हितकारी नहीं है-
१. राजनीति में आने से विद्यार्थियों की पढ़ाई की ओर से ध्यान भंग होगा।
२. विद्यार्थियों में भी भ्रष्टाचार के गुण व्याप्त हो जाएँगे और वे भी भ्रष्ट हो जाएँगे।
३. राजनीति सुनहरा भविष्य नहीं बना सकती है। यह ऐसा जुआ है, जिसमें कुछ ही लोगों को सफलता प्राप्त होती है। बाकी का भविष्य अधर में रह जाता है।
४. विद्यार्थियों की छवि में बुरा असर पड़ेगा क्योंकि राजनीति की छवि आम लोगों में अच्छी नहीं है।
५. राजनीति के दलदल में उतरकर उससे पार पाना संभव नहीं है।
पक्ष-
राजनीति में विद्यार्थियों का भाग लेना आवश्यक है।-
१. राजनीति में भाग लेकर विद्यार्थी देश की राजनीति को भली भांति समझ पाएँगे।
२. विद्यार्थियों के भाग लेने से देश को नई भावी पीढ़ी मिलेगी, जो हालतों से पूरी तरह से वाकिफ होगी।
३. देश की बरसों से चली आ रही भ्रष्ट राजनीति को जड़ से उखाड़ा जा सकेगा।
४. राजनीति में उनकी सक्रिय भागीदारी देश के भविष्य को नई दिशा प्रदान करेगी।
५. देश को पढ़े लिखे नौजावन मिलेगें, जो अनपढ़ राजनेता से अधिक अच्छे प्रतिनिधि बन सकेगें।
राजनीति में विद्यार्थियों का भाग लेना हितकारी नहीं है-
१. राजनीति में आने से विद्यार्थियों की पढ़ाई की ओर से ध्यान भंग होगा।
२. विद्यार्थियों में भी भ्रष्टाचार के गुण व्याप्त हो जाएँगे और वे भी भ्रष्ट हो जाएँगे।
३. राजनीति सुनहरा भविष्य नहीं बना सकती है। यह ऐसा जुआ है, जिसमें कुछ ही लोगों को सफलता प्राप्त होती है। बाकी का भविष्य अधर में रह जाता है।
४. विद्यार्थियों की छवि में बुरा असर पड़ेगा क्योंकि राजनीति की छवि आम लोगों में अच्छी नहीं है।
५. राजनीति के दलदल में उतरकर उससे पार पाना संभव नहीं है।