dwivedi ji ne kinhe vikshipt aur grihagrast kaha hai?
मित्र इस पाठ में लेखक ने स्त्री शिक्षा का समर्थन किया है। वे कहते हैं कि स्त्रियों द्वारा किए गए अनर्थ उनके शिक्षित होने के कारण नहीं हुए हैं। यदि कोई भी व्यक्ति कोई दुष्कर्म करता है तो उसके लिए शिक्षा प्रणाली, स्कूल तथा कॉलेजों को दोष दिया जाना व्यर्थ है। तो लोग इस इन सबके पीछे शिक्षा संस्थानों को दोषी मानते हैं उनके लिए लेखक ने विक्षिप्त तथा ग्रहग्रस्त शब्दों का प्रयोग किया है। पागल लोग ही इस प्रकार की बात सोच सकते हैं।