Hi...I need an elaborate answer to this question ...Its for 7marks..
आपके द्वारा किसी एक परोपकार का वर्णन कीजिये
Thanks
~Lakshita
मित्र हम आपको अपने द्वारा किए गए एख परोपकारी कार्य के बारे में लिखकर दे रहे हैं। इसे आधार बनाकर स्वयं लिखने का प्रयास कीजिए। इससे आपका लेखन कौशल बढ़ेगा।
मेरा नाम ....... है। मेरी उम्र 12 साल की है। मेरे माता-पिता ने शुरू से ही मेरे अंदर मानवीय मूल्यों का विकास किया है। वे गरीबों की सहायता करते हैं। इसलिए मेरे अंदर भी परोपकार की भावना विकसित हो गई। हम अपनी छत पर मिट्टी के बर्तन में पक्षियों के पीने के लिए पानी भरकर रखते हैं। एक दिन एक कबूतर उड़ता हुआ आया और उस बर्तन से पानी पीने लगा। परंतु मैंने देखा कि वह दोबारा से उड़ नहीं पा रहा है। मैं उसके पास गई तो देखा कि उसके एक पंख पर ज़ख्म हो रखा था। शायद किसी दूसरे कबूतर ने उसे ज़ख्मी कर दिया था। मैं उसे उठाकर अपने कमरे में लाई। मैंने उसकी चोट पर दवा लगाई तथा उसे खाने के लिए कुछ चावल तथा गेंहूँ के दाने दिए। कुछ देर बाद मैंने देखा कि वह अपने पंख फड़फड़ा रहा है। अब वह थोड़ा उड़ भी पा रहा था। मैं उसे बाहर लेकर गई तथा बाहर आते ही वह हवा में उड़ गया। उस कबूतर की सहायता करके मुझे बहुत प्रसन्नता हुई।
मेरा नाम ....... है। मेरी उम्र 12 साल की है। मेरे माता-पिता ने शुरू से ही मेरे अंदर मानवीय मूल्यों का विकास किया है। वे गरीबों की सहायता करते हैं। इसलिए मेरे अंदर भी परोपकार की भावना विकसित हो गई। हम अपनी छत पर मिट्टी के बर्तन में पक्षियों के पीने के लिए पानी भरकर रखते हैं। एक दिन एक कबूतर उड़ता हुआ आया और उस बर्तन से पानी पीने लगा। परंतु मैंने देखा कि वह दोबारा से उड़ नहीं पा रहा है। मैं उसके पास गई तो देखा कि उसके एक पंख पर ज़ख्म हो रखा था। शायद किसी दूसरे कबूतर ने उसे ज़ख्मी कर दिया था। मैं उसे उठाकर अपने कमरे में लाई। मैंने उसकी चोट पर दवा लगाई तथा उसे खाने के लिए कुछ चावल तथा गेंहूँ के दाने दिए। कुछ देर बाद मैंने देखा कि वह अपने पंख फड़फड़ा रहा है। अब वह थोड़ा उड़ भी पा रहा था। मैं उसे बाहर लेकर गई तथा बाहर आते ही वह हवा में उड़ गया। उस कबूतर की सहायता करके मुझे बहुत प्रसन्नता हुई।