hindi essay on aadarsh student.
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है-
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है-
आदर्श विद्यार्थी वह विद्यार्थी होता है, जो कठोर परिश्रम करता है। एक आदर्श विद्यार्थी का गुण है कि वह परिश्रमी और धैर्यवान हो। सदाचार उसका आवश्यक गहना है। एक आदर्श विद्यार्थी स्कूली शिक्षा से प्रसन्न नहीं होता है। बल्कि वह सदैव ज्ञान अर्जन में लगा रहता है। इसके लिए वह अन्य जगहों से भी ज्ञान प्राप्त करने में लगा रहता है। जैसे की समाचार-पत्र, किताबें अन्य पत्रिकाएँ इत्यादि। वह सदैव अपने ज्ञान के भंडार को बढ़ाने में लगा रहता है। इसके अतिरिक्त उसका कोई अन्य लक्ष्य नहीं होता है। यह ज्ञान उसके आत्मविश्वास को बढ़ाता है। उसके व्यवहार से सभी प्रसन्न होते हैं। अपने अलावा वह अपने सहपाठियों को भी ज्ञान अर्जित करने के लिए प्रेरित करता है।
वह स्वयं अनुशासन का पालन करता है, और दूसरों को भी अनुशासन तोड़ने नहीं देता। गुरुजनों के प्रति आदरणीय व्यवहार करता है। विद्यालय की प्रतिष्ठा को बढ़ाने के लिए प्रत्यत्नशील रहता है। नैतिक मूल्य उसके लिए बहुत आवश्यक होते हैं। उनका वह पालन करता है। जीवन में अपने उद्देश्य को छोड़ता नहीं है। यही एक सच्चे आदर्श विद्यार्थी की पहचान होती है। ऐसे विद्यार्थी की हर कोई उम्मीद करता है। एक गुरु ऐसा शिष्य पाने के लिए लालयित रहता है।
वह स्वयं अनुशासन का पालन करता है, और दूसरों को भी अनुशासन तोड़ने नहीं देता। गुरुजनों के प्रति आदरणीय व्यवहार करता है। विद्यालय की प्रतिष्ठा को बढ़ाने के लिए प्रत्यत्नशील रहता है। नैतिक मूल्य उसके लिए बहुत आवश्यक होते हैं। उनका वह पालन करता है। जीवन में अपने उद्देश्य को छोड़ता नहीं है। यही एक सच्चे आदर्श विद्यार्थी की पहचान होती है। ऐसे विद्यार्थी की हर कोई उम्मीद करता है। एक गुरु ऐसा शिष्य पाने के लिए लालयित रहता है।