hindi essay on NATIONAL FESTIVALS around 200 words

भारत में विभिन्न तरह के त्योहार मनाए जाते हैं। परन्तु हमारे देश में राष्ट्रीय त्योहारों का अपना ही महत्व है। इसमें 26 जनवरी, 15 अगस्त तथा 2 अक्टूबर मुख्य त्योहार है। ये त्योहार हमें हमारे शहीदों की याद दिलाते हैं तथा हमारे अंदर देशप्रेम की भावना को विकसित करते हैं। 26 जनवरी भारत के त्योहारों में मुख्य त्योहार है। इस दिन भारत का सविधान लागू हुआ था और भारत स्वतंत्र गणराज्य के रूप में ऊभर कर आया था। आज़ादी से पहले देश में इस दिन को लोगों द्वारा स्वतंत्रता दिवस के रूप में भी मनाया जाता था। इस दिन राजपथ में सेना तथा विभिन्न राज्यों की झाँकी निकलती है और राष्ट्रपति द्वारा उन्हें सलामी तथा पुरस्कार वितरित किए जाते हैं।

राष्ट्रीय पर्वों में 15 अगस्त को बहुत सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। एक राष्ट्र के निर्माण के लिए उस देश के नागरिकों का बहुत महत्व होता है। देश के नागरिक ही देश को एकता और अखण्डता के सूत्रों में पिरोते हैं। भारत बहुत लंबे समय तक गुलामियों की बेड़ियों में जकड़ा रहा है। इन बेड़ियों को काटने में हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों का बहुत बड़ा योगदान रहा है। यदि यह आवाज़ नहीं उठाते तो देश कभी आज़ाद नहीं होता। उनके बलिदानों और योगदानों के परिणाम स्वरूप 15 अगस्त 1947 के दिन भारत गुलामी के बंधनों से मुक्त हुआ। 15 अगस्त को लालकिले का इस दिन विशेष महत्व होता है। प्रधानमंत्री इस लालकिले की प्राचीर पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराते हैं। देश के राष्ट्रीय गान के साथ तोपों द्वारा राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी जाती है।

2 अक्टूबर को हमारे देश के परम पूज्य गाँधी जी का जन्म हुआ था। उनके जन्मदिवस को गाँधी जंयती के रूप में मनाकर उनके प्रति कृतज्ञता प्रकट की जाती है। गाँधी जी के प्रयासों से पूरा भारत एकता के सूत्र में पिरोया गया था। गाँधीजी ने देश को स्वतंत्रता का सुख स्वप्न साकार करके दिखाया था।

राष्ट्रीय त्योहारों को पूरे भारत में उत्साह और आनंद के साथ मनाया जाता है। सरकारी इमारतों को सजाया-संवारा जाता है। पूरे देश के राज्यों उनकी राजधानियों में उत्साह देखते ही बनता है। इस दिन पूरे देश में राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया जाता है। भारत की राजधानी होने के कारण दिल्ली में तो इसकी शोभा अतुलनीय होती है। 15 अगस्त और 26 जनवरी  को राष्ट्रपति द्वारा टी.वी. पर राष्ट्र के नाम संदेश प्रसारित किया जाता है। ये दिवस हमें सीख देता है कि अपने राष्ट्र की सुरक्षा के प्रति हमारे भी कुछ कर्तव्य हैं, जिस तरह हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने देश को आज़ादी दिलाई है। उसी तरह हमें इसकी स्वंतत्रता को बनाए रखने के लिए प्रयत्नशील रहना चाहिए। अपने देश की एकता और अखण्डता को तोड़ने वाले देशद्रोहियों और दुश्मनों को मुँहतोड़ जवाब देना चाहिए।

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