भिखमंगों की दुनिया में बेरोक प्यार लुटानेवाला कवि ऐसा क्यों कहता है कि वह अपने हृदय पर असफलता का एक निशान भार की तरह लेकर जा रहा है क्या वह निराश है या प्रसन्न है
मित्र!
कवि ऐसा इसलिए कहता है क्योंकि इस संसार में सभी दूसरों से पाने की आस रखते हैं। वह दूसरों को दे नहीं सकते हैं। बस चाहते हैं कि उन्हें ही मिले। कवि लोगों के इस व्यवहार से दुखी है इसलिए वह निराश है।
कवि ऐसा इसलिए कहता है क्योंकि इस संसार में सभी दूसरों से पाने की आस रखते हैं। वह दूसरों को दे नहीं सकते हैं। बस चाहते हैं कि उन्हें ही मिले। कवि लोगों के इस व्यवहार से दुखी है इसलिए वह निराश है।