i need an essay on value of time/imprtance of time

Hi!
गोस्वामी तुलसीदास ने ठीक ही कहा था कि समय कभी हाथ नहीं आता। इन्सान अपनी सुख समृद्धि समाप्त होने पर पुन: उसे अपनी मेहनत, परीश्रम तथा बुद्धि से हासिल कर सकता है लेकिन जो दिन बीत जाता है, उसे वापस नहीं लाया जा सकता। समय मूल्यवान है। संसार भर में समय की महिमा गाई गई है। जीवन के बीते हुए क्षण कभी दोबारा वापिस नहीं आते। इसीलिए विद्वानों ने इसके सदुपयोग का गुणगान किया है तथा इसे अधिक शक्तिशाली माना है।
समय अवाध गति से बढ़ता है। जो इसका सदुपयोग कर लेता है, वही जीवन में उन्नति के पथ पर अग्रसर होता है। जो व्यक्ति समय का महत्व नहीं समझते, उनके जीवन मे अंधकार ही अंधकार होता है और जो समझते हैं, वो जीवन के रहस्य को ज्ञान लेते हैं। संसार का कठिन से कठिन कार्य सुगम हो जाता है। समय का सदुपयोग करने से साधारण से साधारण व्यक्ति भी महान बन जाता है। जो व्यक्ति समय का सदुपयोग करता है, सफलता उसके कदम चूमती है। मैडम क्यूरी ने रात-रात भर जागकर मेहनत की, बीस-बीस घंण्टे प्रयोगशाला मे लगाए और 'रेडियम' की खोज की। जीवन का प्रत्येक क्षण कीमती है। प्रत्येक व्यक्ति को विचार-विमर्श कर उसका फायदा उठाना चाहिए न कि उसे गवाँ देना चाहिए। जो समय अनुसार काम करने की आदत डाल लेते हैं, उनके सभी कार्य पूरे हो जाते हैं। ऐसे व्यक्ति अपना सामाजिक व व्यक्तिगत जीवन सफलता पूर्वक जी पाते हैं। समय का सदुउपयोग करने वाले पठन-पाठन, खेल, व्यायाम, सामाजिक उत्सव, मनोरंजन, चिंतन-मनन सबके लिए समय निकाल पाते हैं। वे अपने जीवन के प्रत्येक क्षण का आनन्द लेते हैं।
समय का सदुउपयोग न करने पर मनुष्य को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में असफलता व निराशा हाथ लगती है। ऐसे व्यक्ति सदा अपने दुर्भाग्य की दुहाई देकर स्वयं को निराश करते हैं। बीते हुए समय को याद करके अपना भविष्य अंधकारमय बना लेते हैं तथा जीवन को व्यर्थ ही गवाँ देते हैं। कबीर दास जी ने समय का गुणगान इस प्रकार किया गया है –
काल करे सो आज कर, आज करे सो अब,
पल मे परलै होयगी, बहुरी करेगा कब।।
जैसे दीपक के बुझने पर तेल डालने से तथा चोरी होने के बाद सावधान होने से कोई लाभ नहीं होता उसी प्रकार समय बीत जाने के बाद पछताने से कोई लाभ नहीं होता। समय को बरबाद करने वाले न केवल स्वयं बल्कि समाज व राष्ट्र का अनहित भी करते हैं।
 
आशा करती हूँ कि आपको प्रश्न का उत्तर मिल गया होगा।
 
ढेरों शुभकामनाएँ!

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Hi

Time is really a wonderful thing. It can be defined satisfactorily. It has no beginning and no end. All things are born in time, grow in time and then decay and die in time. Time moves at its own pace. It cannot be commanded. It does not wait for kings or princess.It cannot be analyzed

We are conscious of the passing time and its importance. We have developed clocks and watches to indicate its flow. We have invented dates, days and years to indicate and measure it in our own way, but it is really indivisible and immeasurable.

People say time is money. But it is more precious than money. Money lost can be recovered, but not the time lost. A moment lost is lost for ever. Time is ever changing. Change is the law of nature. Nothing is independent of change or time. Man’s life is very short but the work is much and difficult. There are so much to do. Therefore, we should not waste even a single minute. Every breath, every second should be used properly and meaningfully.

Cheers!

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thanku very much madam.

can u pls amend the essay how time is imporatan in a students life.

thks

  • -2

thanku very much madam.

can u pls amend the essay  "how time is imporatan in a students life."(in hindi)

thks

  • 0

Hi !
विद्यार्थी के जीवन में समय का बहुत ही महत्त्वपूर्ण स्थान होता है। उसका एक-एक पल उसके द्वारा व्यवस्थित होना चाहिए। उसे अपने खाने-पीने, खेलने, पढ़ने, सोने आदि के लिए एक तालिका का निर्माण करना आवश्यक है। यदि वह अपने समय को व्यवस्थित न कर यूंही बर्बाद करता रहेगा तो कभी भी अपनी परीक्षा संबंधी तैयारी समय पर समाप्त नहीं कर पाएगा और फलस्वरुप उसे परीक्षा में असफलता हाथ लगेगी। इसी बात पर रहीम जी ने कहा है,
समय लाभ सम लाभ नहिं, समय चूक सम चूक।
चतुरन चित रहिमन लगी, समय चूक की हूक।।
अर्थात् वही लोग जीवन में उन्नति व विकास को प्राप्त करते हैं जो अपने समय का मूल्य पहचानते हैं। हमें समय की माँग के अनुसार अपने समस्त कार्यों को पूरा करना चाहिए। एक पल को भी व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए। विद्यार्थी काल से ही समय की उपयोगिता पर ध्यान देकर अपने कार्यों को किया जाए तो समय संपूर्ण जीवन में हमारे विपरीत न जाते हुए हमारे समकक्ष चलने लगता है। टाटा, बिड़ला, सचिन तेंदुलकर, रोहित बहल, संजीव कपूर, धनराज पिल्लै आदि जैसे अनेकों नाम हैं जिन्होंने समय के सही उपयोग से ही सफलता अर्जित की है। एक पेड़ निश्चित समय पर फूल व फल देता है और उसके पक जाने पर उसे गिरा देता है। दूसरी तरफ मनुष्य अपने जीवन काल में बचपन, यौवन, वृद्धावस्था तक आ जाता है यह सब समय के होने व उसके व्यतीत होने का प्रमाण है कि समय कभी किसी के लिए नहीं ठहरता बल्कि अपनी गति से चलता रहता है। हमें इस बात को सदैव गाँठ बाँधकर कर रख लेना चाहिए कि गया हुआ समय कभी लौटकर नहीं आता। यदि इस बात को स्मरण कर समय का सदुपयोग किया जाए तो सदैव उन्नति व विकास हमारे कदम चूमेगी। "समय की कद्र" यही हमारा गुरुमंत्र होना चाहिए। हमें अपने जीवन में समय के महत्व को समझते हुए, इसका उपयोग करना चाहिए।
 
आशा करती हूँ कि आपको प्रश्न का उत्तर मिल गया होगा।
 
ढेरों शुभकामनाएँ!

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THANK U MADAME

  • 2
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