I need to write an essay on "Lalach Buri Bala Hai" in hindi. Please help.
मित्र इस विषय पर हम कुछ पंक्तियाँ लिखकर दे रहे हैं। बाकी आप उसे स्वयं विस्तारपूर्वक लिखिए- भौतिक वस्तुओं तथा पैसे आदि के मोह से ग्रस्त होकर अंसतुष्टी का भाव रखना तथा उन्हे पाने के लिए हर नैतिक-अनैतिक कार्य करना ही लालच कहलाता है।
लालच यदि बालक एक खिलौने के स्थान पर दो खिलौनों का करे, तो माता सहर्षता से उसे दिला देती है परन्तु यही लालच एक प्रौढ़ व्यक्ति करे तो दूसरों का सर्वनाश हो जाता है। लालच मनुष्य के अवगुणों में से एक है। लालची मनुष्य अपनी लालसा पुरी करने के लिए नीचता की सीमा तक भी गिर जाता है। लालच कई तरह का हो सकता है जैसे- धन, वस्त्रों, गहने आदि का। इसकी कोई सीमा नहीं होती। बस लक्ष्य होता है अपने लालच को सिद्ध करना।
सदियों से विद्वानों द्वारा कहा गया है कि मनुष्य को स्वयं को लालच से दूर रखना चाहिए। लालची व्यक्ति की लालच करने की कोई सीमा नहीं होती है। उसका दिमाग लालच इतना भर जाता है कि वह सही गलत कुछ सोच ही नहीं पाता है। अलीबाबा चालीस चोर में अलीबाबा का भाई कासिम यदि गुफा से अधिक धन ले जाने का लालच नहीं करता, तो वह मारा नहीं जाता।
अतः इन आधारों पर हम कह सकते हैं कि लालच बुरी बला है।