kache sakore se kya bhaav hai?
कच्चे सकोरे से कवयित्री का भाव उन बेकार हुए प्रयासों से हैं, जो उन्होंने अब तक किए हैं। कवयित्री के अनुसार उन्होंने ईश्वर को प्राप्त करने के लिए बहुत प्रयास किए परन्तु वे सब प्रयास बेकार हो गए।
kache sakore se kya bhaav hai?