kavi raidas ki bhakti kis prakar ki bhakti hai? spasht karein
नमस्कार मित्र,
आपकी समस्या के समाधान के लिए हम आपको उत्तर लिखकर दे रहे हैं।
रैदास की भक्ति सेवक और मालिक के समान है। जिस प्रकार सेवक, मालिक की सेवा करना अपना धर्म मानता है। वैसे ही रैदास भगवान की सेवा करना अपना धर्म मानते हैं। उनकी भक्ति निश्चल, दृढ़ तथा नि:स्वार्थ है।
आशा करते हैं कि दिए गए उत्तर से आपकी समस्या का समाधान हो गया होगा। अगर आपको इस प्रश्न से संबंधित और कोई समस्या हो जो आप हमें Ask and Answer पर भी संपर्क कर सकते हैं। हम जल्द से जल्द आपकी समस्या का समाधान करने का प्रयास करेंगे।
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