"kishoravastha me baccho par ankush " par nibandh
हम आरंभ करके दे रहे हैं। इसे स्वयं पूरा कीजिए-
बच्चे देश का भविष्य होते हैं। उनके कंधों पर ही देश की नींव टिकी होती है। हर माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा आगे चलकर एक उज्जवल भविष्य पाए। तरक्की करे और नाम और पैसा दोनों उसके कदमों में हो। इसीलिए वे उसे अच्छे विद्यालय में पढ़ाते हैं और उसकी भलाई के लिए जो संभव हो सकता है, करते हैं। बच्चे के पढ़ाई-लिखाई आदि के विषय में सजग रहते हैं। उनकी सजगता इनकी बढ़ जाती है कि वह बच्चे के लिए अंकुश बन जाती है। हमें बच्चों पर अंकुश लगाना चाहिए। पर वह अंकुश इतना होना चाहिए कि बच्चे उसके मध्य स्वयं को परेशान महसूस न करे। जब अंकुश उनकी सीमा से परे हो जाता है, तो उसके बहुत से बुरे परिणाम निकल सकते हैं।