'laalach' (greed) aur 'laalsa' (wish) mein kya antar hota hai?
किसी वस्तु को पाने के लिए मन में की गई इच्छा लालसा कहलाती है। लेकिन वह वस्तु हमारी न हो और उसे पाने के लिए जो मन में कुविचार आते हैं, उसे लालच कहते हैं। लालसा किसी को हानि नहीं पहुँचाती लेकिन लालच को पूरा करने के लिए मनुष्य किसी भी हद तक चला जाता है। लालसा का अगला कदम लालच है। इन दोनों के मध्य आप अंतर को इस प्रकार से समझ सकते हैं।
मुझे इस पेड़ का एक आम अवश्य खाना है। यह लालसा हुई।
मुझे ही इस पेड़ के सारे आम खाने है। यह लालच हुआ।
मुझे इस पेड़ का एक आम अवश्य खाना है। यह लालसा हुई।
मुझे ही इस पेड़ के सारे आम खाने है। यह लालच हुआ।