maukhik bhasha ka jeevan mein kya mehtva hota hai
मित्र!
मौखिक भाषा का जीवन में बहुत महत्व है। इसके बिना हम कुछ व्यक्त नहीं कर सकते हैं। यह वह माध्यम है, जिससे हम अपने मन के विचारों को दूसरों को बता सकते हैं। सोचिए यदि हम बोल न पाएँ, तो क्या होगा। हम लाचार हो जाएँगे। हमें यदि किसी से कुछ पता पूछना होगा, तो हम इशारों के माध्यम से कुछ नहीं कह पाएँगे। सामने वाले व्यक्ति भी उसे समझने में असमर्थ होगा। हमें डॉक्टर को दिखाना पड़ेगा, तो वह हमारी बीमारी को इशारों के माध्यम से नहीं समझ पाएँगे। हमें या तो उसे लिखकर देना पड़ेगा या बताना पड़ेगा। यह हमारे लिए बहुत कठिन स्थिति होगी।