mitra ko patra garmiyo ki chuttiyo ke bare me batate huea
पता ................
दिनांक ............
प्रिय मित्र,
मधुर स्नेह!
मेरी गर्मियों की छुट्टियाँ बहुत ही अच्छी बीतीं। इस बार में गर्मियों की छुट्टियों में अपने मामा के यहाँ मसूरी गया हुआ था। इस बार पिताजी ने परिवार के साथ मसूरी घूमने का कार्यक्रम बनाया। इस पर्वतीय प्रदेश में घूमकर, वहाँ के ऊँचे-ऊँचे वृक्ष, घनी हरियाली, ऊँचे-ऊँचे पर्वत, झरने, पहाड़ों के नीचे बहती नदी, गूँजती आवाज़ें सभी कुछ इतना सुंदर और अद्भुत था कि अब तक उसे भूल नहीं पाया हूँ।
मैं वहाँ के कैम्टी फाल व कंपनी गार्डन घूमने गया था। वहाँ की चहल-पहल व शोभा देखते ही बनती थी। मॉलरोड़ में मैंने परिवार के साथ बहुत खरीदारी की। बड़ी मौज़-मस्ती भी की थी। दो महीने इतने मज़े में निकले की कहते नहीं बनता। यह यात्रा मैं कभी भूल नहीं पाऊँगा।
पत्र समाप्त करता हूँ। अपने माता-पिता को मेरा नमस्कार कहना। तुम्हारे पत्र का इंतजार रहेगा। पत्र अवश्य लिखना।
तुम्हारा मित्र
अ.ब.स.