nibandh on meri pathshala

मित्र हम आपको इस विषय पर कुछ अध्ययन सामग्री उपलब्ध करवा रहे हैं। आप इसे आधार बनाकर स्वयं विस्तारपूर्वक लिखने का प्रयास करें-

मैं केन्द्रीय विद्यालय आर.के.पुरम. की विद्यार्थी हूँ। मेरा विद्यालय मेरे लिए बहुत महत्व रखता है। यहाँ आकर मैंने शिक्षा प्राप्त करनी आरंभ की ओर बहुत से मित्र भी मिले। यहाँ का वातावरण में अनुशासन और प्रेम भरा है। मेरे विद्यालय के दो भवन विद्यमान हैं, जिसमें 1000 बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। यह नर्सरी से लेकर बारहवीं तक है। इसमें एक बड़ा पार्क और बाग है। जहाँ बच्चों को खेलने तथा घूमने की स्वतंत्रता विद्यमान है। एक प्रार्थना भवन है, जहाँ सभी सुबह साथ में प्रार्थना करते हैं। हर कक्षा को संभालने की जिम्मेदारी एक कक्षा अध्यापिका पर है। यहाँ पर हर प्रकार की सुविधाएँ बच्चों को दी गई है। बच्चों की सुरक्षा को लेकर प्रधानाचार्य बहुत चिंतित रहती हैं और इसलिए इसके विशेष इंतज़ाम भी किए गए हैं। हमारे विद्यालय में तैराकी, क्रिकेट, फुटबॉल, बैंडमिटन इत्यादि खेलों की व्यवस्था है ताकि विद्यालय पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में पूर्ण रूप से रूचि ले। इस तरह से हमारे विद्यालय में उनके विकास को महत्व दिया जाता है...

  • 7
What are you looking for?