panch tatva par ek paragraph aur hamari zindagi mein dhool ka mehetve please jaldi answer dijia ek para mein aur hindi emergency hain

धूल शब्द का निर्माण मिट्टी की आभा से हुआ है। मिट्टी जब हवा में फैल जाती है, तो वह धूल कहलाती है। शहरी जीवन में इसकी जितनी उपेक्षा की जाए, परन्तु ग्रामीण जीवन में इसे सर आँखों पर रखा जाता है। वे इसके महत्व को नकारते नहीं है अपितु इसका संसर्ग प्राप्त होना सौभाग्य मानते हैं। अखाड़े में पहलवान इसी धूली पर लगकर स्वयं के अंगों को मज़बूत करता है और इस पर लगातार अभ्यास करके स्वयं को एक उच्चकोटी का पहलवान बनाता है। एक किसान इसके माध्यम से अपने परिश्रम को फसल रूप में साकार करता है और करोड़ों लोगों का पेट भरता है। यह धूल ही तो है, जो चुपचाप इतने बड़े-बड़े कार्य कर जाती है। लेकिन इसे उपेक्षा ही हाथ लगती है। इसके ये महत्व ही तो हैं, जो इसे सबसे अलग और विशिष्ट बनाती है। कई कवियों ने इसे गोधूलि के नाम से अमर कर दिया है। 

जल, पृथ्वी, आकाश, वायु तथा अग्नि पाँच तत्व कहलाते हैं। ये पाँच तत्व सबसे महत्वपूर्ण और ताकतवर हैं। कहा जाता है मनुष्य के शरीर में ये पाँचों तत्व विद्यमान है। पृथ्वी में हर जीव-जन्तु, पेड़-पौधों इत्यादि में इन तत्वों का समावेश है। इनके बिना इस संसार की कल्पना करना असंभव है क्योंकि जहाँ भी दृष्टि दौड़ाओ, इन तत्वों का प्रभाव दिखाई दे जाएगा। हिन्दू धर्म में तो पूजा पाठ में इन्हें विशेष स्थान दिया गया है। इनके आह्वान के बिना एक पूजा पूर्ण नहीं मानी जाती है। हर धर्म में इन तत्वों की महिमा को स्वीकार किया गया है।  

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