PLEASE GIVE ME SOME EXAMPLES OF SENTENCES WHEREव्यक्तिवाचक संज्ञा IS USED AS जातिवाचक संज्ञा AND SOME EXAMPLES OF SENTENCES WHERE जातिवाचक संज्ञा IS USED AS व्यक्तिवाचक संज्ञा.ITS URGENT , PLEASE FAST
मित्र वे व्यक्तिवाचक संज्ञा शब्द जो किसी जाति का बोध करवाएँ , उन्हें जातिवाचक संज्ञा की तरह प्रयोग किया जाता है। उदाहरण के लिए-
झाँसी की रानी (लक्ष्मीबाई) व्यक्तिवाचक संज्ञा है। जब हम झाँसी की रानी की बात करते हैं तो हमारे दिमाग में 'लक्ष्मीबाई' का चित्र ही उभरता है। परंतु अगर हम कहे कि- हमारे देश में अनेक झाँसी की रानियों ने जन्म लिया है तो 'झाँसी की रानियों' से यहाँ एक पूरी जाति का बोध हो रहा है।
उसी प्रकार अनेक जातिवाचक संज्ञाओं का प्रयोग व्यक्तिवाचक संज्ञा के रूप में किया जाता है। उदाहरण के लिए-
गाँधी शब्द जातिवाचक शब्द है। लेकिन यह शब्द महात्मा गाँधी के नाम के रूप में प्रयोग किया जाने लगा। जब भी हम गांधी शब्द का प्रयोग करते हैं, तो हमारे मस्तिष्क में महात्मा शब्द का बोध होने लगता है। यहाँ पर गाँधी जातिवाचक न होकर व्यक्तिवाचक बन जाता है। क्योंकि यह शब्द हमें महात्मा गाँधी की याद दिलाता है। तब यह जाति शब्द न होकर व्यक्ति के नाम में प्रयोग किया जाने लगता है। उदाहरण के लिए-
गाँधी जी भाषण दे रहे हैं। ( गाँधी शब्द जातिवाचक संज्ञा है। परंतु यहाँ यह महात्मा गाँधी की ओर संकेत कर रहा है अत: व्यक्तिवाचक संज्ञा कहलाएगा।)
झाँसी की रानी (लक्ष्मीबाई) व्यक्तिवाचक संज्ञा है। जब हम झाँसी की रानी की बात करते हैं तो हमारे दिमाग में 'लक्ष्मीबाई' का चित्र ही उभरता है। परंतु अगर हम कहे कि- हमारे देश में अनेक झाँसी की रानियों ने जन्म लिया है तो 'झाँसी की रानियों' से यहाँ एक पूरी जाति का बोध हो रहा है।
उसी प्रकार अनेक जातिवाचक संज्ञाओं का प्रयोग व्यक्तिवाचक संज्ञा के रूप में किया जाता है। उदाहरण के लिए-
गाँधी शब्द जातिवाचक शब्द है। लेकिन यह शब्द महात्मा गाँधी के नाम के रूप में प्रयोग किया जाने लगा। जब भी हम गांधी शब्द का प्रयोग करते हैं, तो हमारे मस्तिष्क में महात्मा शब्द का बोध होने लगता है। यहाँ पर गाँधी जातिवाचक न होकर व्यक्तिवाचक बन जाता है। क्योंकि यह शब्द हमें महात्मा गाँधी की याद दिलाता है। तब यह जाति शब्द न होकर व्यक्ति के नाम में प्रयोग किया जाने लगता है। उदाहरण के लिए-
गाँधी जी भाषण दे रहे हैं। ( गाँधी शब्द जातिवाचक संज्ञा है। परंतु यहाँ यह महात्मा गाँधी की ओर संकेत कर रहा है अत: व्यक्तिवाचक संज्ञा कहलाएगा।)