saksharta ek vardan
हम आपको इस विषय पर आवश्यक पंक्तियाँ लिखकर दे रहे हैं। इन्हें अपनी समझ के अनुसार विस्तारपूर्वक लिखिए। इस तरह आपका लेखन कौशल सुधरेगा।
शिक्षा देश के सामाजिक, आर्थिक, धार्मिक और राजनैतिक उत्थान के लिए बहुत आवश्यक है। शिक्षा से ही मनुष्य अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होता है। विचारों में बदलाव और वस्तुओं को गहराई से समझने का माध्यम शिक्षा है। साक्षरता विकास और स्वतंत्रता का प्रतीक है। इसके विपरीत निरक्षरता जीवन को अंधकार रूपी कुएँ में ढकेल देती है। मनुष्य शिक्षा के अभाव में दुर्बल, निसहाय, अंधविश्वासी आदि दुर्भावनाओं से ग्रसित हो जाता है। अशिक्षित व्यक्ति अपना और देश का विकास नहीं कर पाता। इसका परिणाम यह होता है कि उसका जीवनस्तर निम्न बना रहता है। निरक्षरता उसके सभी मार्ग बाधित कर देती है। यह वह अभिशाप है, जिससे साक्षरता रूपी वरदान द्वारा ही बचा जा सकता है। अत: हमें साक्षर होने की ओर कदम बढ़ाना चाहिए।