swatantrata andolan mein mahilaon k bhumika
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में स्त्रियों की भूमिका प्रमुख थी। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में स्त्रियों ने सक्रिय भाग लिया और पुरुषों का कंधे से कंधा मिलाकर साथ दिया। इससे पहले स्त्रियाँ परदे में रहा करती थीं। घर की चारदीवारी ही उनका सबकुछ हुआ करता था। परन्तु भारत की आज़ादी के लिए उन्होंने घर की चारदीवारी से निकलकर अंग्रेज़ों से लोहा लिया। 1857 के विद्रोह से ही झाँसी की रानी, रानी चेनम्मा आदि बहुत सी रानियाँ मैदान में आयी थीं। परन्तु सौ साल बाद तो हर घर की स्त्री, युवती और बच्ची भी इस संग्राम में आयीं। सरोजनी नायडू, कमला नेहरू, महादेवी वर्मा, सुभद्र कुमारी चौहान, आदि बहुत सी स्त्रियाँ हैं जिन्होंने अपनी उपस्थिति दर्ज करवाकर स्वतंत्रता आंदोलन को मजबूत किया और भारत को स्वतंत्र करवाकर ही दम लिया।