VYAKTI  PAHECHAN USKI POSHAK SE HOTI HAI

नमस्कार मित्र!
 
व्यक्ति के पद की पहचान उसकी पोशाक से हो सकती है परन्तु उसकी असल पहचान उसके कर्मों से होती है। एक व्यक्ति का निर्माण उसके स्वभाव, उसके द्वारा किए गए कार्यों से होता हैं। जैसे बदमाश नेता के कपड़े धारण कर ले परन्तु लोग उसे बदमाश ही मानेंगे, जब तक की उसके कार्य अच्छे नहीं होगें। वैसे तो आज नेता भी आदरणीय नहीं रहे हैं। परन्तु यहाँ यह बात उदाहरण देने के लिए कही गई है। पोशाक उसको पलभर का सम्मान तो दिला सकती है परन्तु जीवनभर का आदर व सम्मान पाने के लिए उसे सद्कर्म करने अति अवाश्यक है। इस आधार पर हम कह सकते हैं कि व्यक्ति की पहचान पोशाक से नहीं हो सकती है।
 
ढेरों शुभकामनाएँ!

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