what is difference between krit prataya and tatdith prataya
प्रत्यय-
ये भाषा के बहुत छोटे खंड है, जिनका अर्थ भी निकलता है ये मूल शब्द के अंत में जुड़ने पर नए शब्द बनाते हैं और शब्द में विशेषता लाते हैं;
जैसे -
लिख + आई = लिखाई
उपदेश + क = उपदेशक
बंगाल + ई = बंगाली
प्रत्यय के प्रकार :- प्रत्यय दो प्रकार के होते हैं -
(1) कृत प्रत्यय
(2) तद्धित प्रत्यय
तद्धित प्रत्यय :- जो प्रत्यय संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण शब्दों के अंत में जुड़कर नए शब्द बनाते हैं, उन्हें तद्धित प्रत्यय कहते हैं।
दुख + ई - दुखी
बच्चा + पन - बचपन