जैसे- मैं, हम, तुम, आप, वह, यह, इसका, उसे, उनका आदि। नीचे दिए गए वाक्यों में से सर्वनाम शब्द रेखांकित करके बताएँ कि ये पाठ में किस संज्ञा शब्द के लिए आए हैं- क. मैं तो डर गई।
ख. तुम्हें इतनी जिज्ञासा है तो मैं सब बताऊँगी।
ग. आप तो बस हवा के गुण बताए जा रही हैं।
घ. तब यह विषैली बन जाती है।
ड़ आसमान से गिरा खजूर में अटका।
च. अपनी-अपनी ढपली, अपना-अपना राग।
छ. अकेला चना भाड़ नहीं फोड़ता।
ज. एक अनार सौ बीमार।
झ. एक तो चोरी ऊपर से सीना ज़ोरी।
ञ. उल्टा चोर कोतवाल को डांटे।
ट. खग जाने खग की भाशा।
ठ. गए तो रोज़ा छुड़ाने, गले पड़ी नमाज़।
ड. एक म्यान में दो तलवार नहीं रह सकतीं।
ढ. जब साँस तब तक आस।
ण. कोयले की दलाली में हाथ काले।
निम्नलिखित लोकोक्तियों के अर्थ लिखिए-
क. नाच न जाने आँगन टेढ़ा।
ख. आ बैल मुझे मार।
ग. आम के आम गुठलियों के दाम।
घ. अपना हाथ, जगन्नाथ।
मुहावरों का अर्थ बताकर वाक्य बनाएँ।
1. फब्तियाँ कसना
2. हक्का-बक्का होना
3. मुँह खोलना
4. दुम दबाकर भागना
5. अदब मानना
6. काटो तो बदन खून न होना
7. आँखों से खाना
8. ताव में आना
सही उत्तर के समाने सही का चिह्न लगाएँ-
(क) मितिशा - संज्ञा ............... सर्वनाम ................. विशेषण .................. क्रिया ..................
(ख) हमारा - क्रिया ............... विशेषण ................. संज्ञा ..................... सर्वनाम ................
(ग) विषैली - सर्वनाम ............. क्रिया .................... विशेषण ..................... संज्ञा ................
(घ) बुझना - विशेषण ............. संज्ञा ..................... क्रिया ........................ सर्वनाम .............
नीचे दिए गए वाक्यों में से सर्वनाम शब्द रेखांकित करके बताएँ कि ये पाठ में किस संज्ञा शब्द के लिए आए हैं-
क. मैं तो डर गई।
ख. तुम्हें इतनी जिज्ञासा है तो मैं सब बताऊँगी।
ग. आप तो बस हवा के गुण बताए जा रही हैं।
घ. तब यह विषैली बन जाती है।
2. 'आँख खुल जाना' एक मुहावरा है, जिसका अर्थ है ज्ञात हो जाना। आँख से जुड़े हुए कुछ अन्य मुहावरे जानें-
आँख का तारा - बहुत प्रिय आँखें पथराना- प्रतीक्षा में थक जाना
आँखें चार होना- दोस्ती हो जाना आँखें नीची होना - लज्जित होना
ऊपर दिए मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग करें।