1.Mithaywale path se hame kya sandesh milta hain?
2.Mitahaywale ne yeh vyavasaay
kyun apnaya?
3.Santulit aahar kya hain?Hamare sharir ke liye iska kya mahatwa hain?
मित्र हम आपको उत्तर लिखकर दे रहे हैं।
1) मिठाईवाला पाठ से हमें संदेश मिलता है कि समय सदा एक-सा नहीं रहता। सुख-तथा दुख हमारे जीवन में आते-जाते रहते हैं। परंतु हमें निराश नहीं होना चाहिए। हमें दूसरों की खुशियों में अपनी खुशियाँ ढूँढनी चाहिए।
2) मिठाईवाले का परिवार उससे सदा के लिए दूर चला गया था। उसे अपने बच्चों की बहुत याद आती थी। इसलिए उसने ऐसा व्यवसाय चुना जिससे वह दूसरे बच्चों के अधिक नजदीक रह सके तथा उन्हें खुशियाँ दे सके।
3) पौष्टिक आहार उसे कहते हैं जिसमें प्रोचीन, लौहतत्व, विटामिन आदि पोषक तत्व उचित मात्रा में उपलब्ध हों। संतुलित आहार खाने से हम स्वस्थ रहते हैं।
1) मिठाईवाला पाठ से हमें संदेश मिलता है कि समय सदा एक-सा नहीं रहता। सुख-तथा दुख हमारे जीवन में आते-जाते रहते हैं। परंतु हमें निराश नहीं होना चाहिए। हमें दूसरों की खुशियों में अपनी खुशियाँ ढूँढनी चाहिए।
2) मिठाईवाले का परिवार उससे सदा के लिए दूर चला गया था। उसे अपने बच्चों की बहुत याद आती थी। इसलिए उसने ऐसा व्यवसाय चुना जिससे वह दूसरे बच्चों के अधिक नजदीक रह सके तथा उन्हें खुशियाँ दे सके।
3) पौष्टिक आहार उसे कहते हैं जिसमें प्रोचीन, लौहतत्व, विटामिन आदि पोषक तत्व उचित मात्रा में उपलब्ध हों। संतुलित आहार खाने से हम स्वस्थ रहते हैं।