1. Nirala ji ne "at nahi rahi hai" kavita ke madhyam se kiska chitran kiya hai?
2. nirala ji ka man pasand vishay kya hai aur kyu?

नमस्कार मित्र,
आुपकी समस्या के समाधान के लिए हम आपको प्रश्न का उत्तर लिखकर दे रहे हैं। 

1) 'अट नहीं रही है' कविता में कवि फागुन के सौंदर्य और मादकता को दर्शाता है। उसके अनुसार फागुन में प्रकृति की छठा निराली और अदभुत होती है। चारों ओर फागुन का बोलबाला होता है। इस ऋतु में प्रकृति अपने यौवन रूप में होती है। इसी कारण चारों ओर उल्लास छाया हुआ होता है। लोगों को यह उल्लास प्रभावित और आकर्षित करता है। जन-जन इस मादकता में स्वयं को मदमस्त किए हुए हैं।

​2) निराला जी एक नई विचारधारा के कवि थे। उन्होंने अपने काव्य में कल्पना के स्थान पर यथार्थ को महत्व दिया। उन्होंने गरीब तथा शोषक वर्ग को अपनी कविता का आधार बनाया। शोषक वर्ग पर व्यंग्य इनकी रचनाओॆ में सर्वत्र दिखाई देता है। इनकी रचनाओं का उद्देश्य लोगों में प्रेम, विद्रोह, क्रांति का संचार करना था। 

​आशा करते हैं कि दिए गए उत्तर से आपकी समस्या का समाधान हो गया होगा। अगर आपको इस प्रश्न से संबंधित और कोई समस्या हो तो आप हमें Ask and Answer पर भी संपर्क कर सकते हैं। हम प्रयास करेंगे कि जल्द से जल्द आपकी समस्या का समाधान किया जा सके। 
 

 

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