10. 1st 2nd part pls answer for that
मित्र!
हम एक बार में आपको केवल एक ही प्रश्न का उत्तर दे सकते हैं। अतः पहले प्रश्न का उत्तर दे सकते हैं।-
पिताजी एक तरफ इस बात से प्रसन्न थे कि लेखिका चारों तरफ अपने कार्यों से पहचानी जो रही है, तो दूसरी ओर उन्हें लोगों के सामने अपनी प्रतिष्ठा नष्ट होने का खतरा रहता था। यह उनके स्वभाव का विरोधाभास था।
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पिताजी एक तरफ इस बात से प्रसन्न थे कि लेखिका चारों तरफ अपने कार्यों से पहचानी जो रही है, तो दूसरी ओर उन्हें लोगों के सामने अपनी प्रतिष्ठा नष्ट होने का खतरा रहता था। यह उनके स्वभाव का विरोधाभास था।