2050 ki Jalvayu isthiti aur uska samadhan

मित्र!
आपके प्रश्न के लिए हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।

सन 2050 में पृथ्वी का तापमान अत्यधिक बढ़ चुका होगा। जलवायु में बहुत परिवर्तन हो चुका होगा। आज की तुलना में मौसम बदल चुका होगा। गर्मी बहुत ज्यादा पड़ेगी। सूर्य की किरणों से रक्षा करने वाली ओज़ोन परत धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त होती जा रही है। 2050 तक सूरज की किरणें और तेजी से धरती पर पड़ेंगी, जिससे जलवायु में परिवर्तन होगा। जनसंख्या में भी अत्यधिक वृद्धि होगी। जनसंख्या गणना में भारत संसार में सबसे प्रथम नंबर में होगा। प्राकृतिक संसाधनों की छीना-झपटी चल रही होगी। मनुष्य अपनी विलासिता के कारण इस प्रकार की गैसों का प्रयोग करेगा, जिससे प्रदूषण और बढ़ेगा। इससे जलवायु की स्थिति और खराब होगी। इसका केवल एक ही समाधान है कि आज ही से यदि हम इन सभी वस्तुओं पर नियंत्रण रखें, तो हमारा भविष्य सुखद हो सकता है। जलवायु में इतनी शीघ्रता से परिवर्तन नहीं होगा जिसकी हम आशा कर रहे हैं। हमें प्रदूषण से अपने वातावरण को बचाना होगा। हमें जहरीली गैसों का कम प्रयोग करना होगा। जिससे वातावरण दूषित ना हो। जिन-जिन वस्तुओं से प्रदूषण फैल रहा है। उन सभी पर नियंत्रण रखना होगा। तभी हम 2050 की जलवायु स्थिति को संभाल सकते हैं।

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