4 marks question. Lesson is katpulti
प्रिय विद्यार्थी,
1) कठपुतली परतंत्र होने के कारण क्रोधित और बेचैन थी। वह धागों से आज़ाद होना चाहती थी।
2) कठपुतली के माध्यम से कवि ने आज़ादी के महत्त्व को दर्शाया है। साथ ही उन्होंने आज़ादी के साथ आने वाली ज़िम्मेदारियों का एहसास भी करवाया है। आज़ाद होने के लिए हमें इस योग्य होना चाहिए कि हमें दूसरों पर आश्रित न होना पड़े। आज़ादी के बाद आत्मनिर्भरता ज़रूरी है। स्वंत्रता बनाये रखना आवश्यक भी है परन्तु सरल भी नहीं है।
आभार।
1) कठपुतली परतंत्र होने के कारण क्रोधित और बेचैन थी। वह धागों से आज़ाद होना चाहती थी।
2) कठपुतली के माध्यम से कवि ने आज़ादी के महत्त्व को दर्शाया है। साथ ही उन्होंने आज़ादी के साथ आने वाली ज़िम्मेदारियों का एहसास भी करवाया है। आज़ाद होने के लिए हमें इस योग्य होना चाहिए कि हमें दूसरों पर आश्रित न होना पड़े। आज़ादी के बाद आत्मनिर्भरता ज़रूरी है। स्वंत्रता बनाये रखना आवश्यक भी है परन्तु सरल भी नहीं है।
आभार।