5 dohe on madhur vani
मित्र हम आपको तीन दोहे दे रहे हैं। चौथा हमारे मित्र ने दिया है बाकी आप इसी प्रकार से स्वयं ढूँढने का प्रयास करें-
1. ऐसी बाँणी बोलिये, मन का आपा खोइ।
अपना तन सीतल करै, औरन कौं सुख होई।।
2. कागा काको धन हरै कोयल काको देत।
मीठा शब्द सुनाय के, जग अपनी करि लेत।।
3. दोनों रहिमन एक से, जौ लौं बोलत नाहिं।
जान परत हैं काक पिक, ऋतू बसंत के माहिं ।।