अंधविश्वास और समाज पर के विषय पर लगभग 80 से 100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए|
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
अंधविश्वास हर समाज में विद्यमान है। हर व्यक्ति इसके जाल में फंसा हुआ है। यहाँ तक की पढ़े-लिखे लोग तो इसकी चपेट में रहते हैं। अंधविश्वास हमारी सोच को रोक देता है और हम ऐसी बातों पर विश्वास करने लगते हैं, जिसका कोई औचित्य नहीं है। उदाहरण के लिए बिल्ली रास्ता काट जाए, तो लोग उसे बुरा शंगुन मानते हैं। इस प्रकार के बहुत से अंधविश्वास लोग अपने मन में पाले हुए भटक रहे हैं। यह समाज को भी विकृत कर रहा है।
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है।-
अंधविश्वास हर समाज में विद्यमान है। हर व्यक्ति इसके जाल में फंसा हुआ है। यहाँ तक की पढ़े-लिखे लोग तो इसकी चपेट में रहते हैं। अंधविश्वास हमारी सोच को रोक देता है और हम ऐसी बातों पर विश्वास करने लगते हैं, जिसका कोई औचित्य नहीं है। उदाहरण के लिए बिल्ली रास्ता काट जाए, तो लोग उसे बुरा शंगुन मानते हैं। इस प्रकार के बहुत से अंधविश्वास लोग अपने मन में पाले हुए भटक रहे हैं। यह समाज को भी विकृत कर रहा है।