9- badal garjo
​निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
विकल विकल, उन्मन थे उन्मन 
विश्व के निदाघ के सकल जन,
आए अज्ञात दिशा से अनंत के घन!
तप्त धऱा, जल से फिर
शीतल कर दो।
बादल, गरजो!
(क) 'निदाघ' में जन-मन की दशा कैसी थी?
​(ख) काव्यांश में कवि बादलों से क्या कामना करता है?
​(ग) कवि यहाँ बादल से गर्जना करने के लिए क्यों कहता है?

 


मित्र!
आपके प्रश्न के लिए हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इनकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।

क- `निदाय` में जन-मन की दशा ठीक नहीं थी क्योंकि बहुत समय से बारिश नहीं हुई थी।
ख- बादलों से कहता है कि खूब गरजो और बरसो।  
ग- सूखी धरती को शीतल करने के लिए कहता है।

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nidag mae sakal jan man ki dasha hoti hai
kavians ma kavi badal ko shital kar deni ki bath kar rahae hai
yaha kavi badal sea garagnae kae liae jal mae phil kahtae hai​
 
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