a poem on bandernama plzz i have to learn it by todAY!HELP !

आदमी नामा कविता के आधार पर आप स्वयं इस विषय पर लिखने का प्रयास करें। यह आपकी समझ को परखने हेतु दी गई है। थोड़ा-सा अपने मस्तिष्क पर ज़ोर दें और सोचकर लिखिए।

  • 1
बंदर मामा, पहन पजामा

निकले थे बाजार

जेब में उनके कुछ थे पैसे

करना था व्यापार

एक दुकान थी बड़ी सजीली

वहां बनी थी गर्म जलेबी

मामा का मन कुछ यूं ललचाया

क्या लेना था याद न आया

गर्म जलेबी खाई झट से

जीभ जल गई फट से, लप से

फेंका कुर्ता फेंकी टोपी

और भागे फिर घर को

दोबारा फिर खाने जलेबी

कभी न गए उधर को।
  • 2
What are you looking for?