aajkal bharat me stee shiksha me kya baadhaye ya roodhiya hai ?
मित्र!
यह तब की स्थिति है, जब भारत आज़ाद नहीं हुआ था। अब स्थिति बहुत बदल चूकी है। यह अवश्य है कि भारत के ग्रामीण इलाकों में अब भी ऐसा देखने को मिलता है। वहाँ भी विचारधारा बदलने लगी है। अतः अब ऐसा कहना उचित नहीं होगा। वैसे देखा जाए, तो लोग सोचते हैं कि यदि स्त्री पढ़-लिख गई, तो वह आवाज़ उठाएगी। लोग उसे दबाकर रखना चाहते हैं। अतः वह उसे पढ़ने से रोकते हैं।
यह तब की स्थिति है, जब भारत आज़ाद नहीं हुआ था। अब स्थिति बहुत बदल चूकी है। यह अवश्य है कि भारत के ग्रामीण इलाकों में अब भी ऐसा देखने को मिलता है। वहाँ भी विचारधारा बदलने लगी है। अतः अब ऐसा कहना उचित नहीं होगा। वैसे देखा जाए, तो लोग सोचते हैं कि यदि स्त्री पढ़-लिख गई, तो वह आवाज़ उठाएगी। लोग उसे दबाकर रखना चाहते हैं। अतः वह उसे पढ़ने से रोकते हैं।