aalochako ke baare me kabir ki kya raaye thi ??!!
नमस्कार मित्र!
निंदा करने वाले के विषय में कबीर की राय है कि उन्हें अपने समीप ही रखना चाहिए। क्योंकि निंदा करने वाला व्यक्ति हमें निंदा द्वारा अपनी कमियों का अहसास दिला देता है। उसके मुख से अपनी कमियों को जानकर हम उन्हें दूर भगा सकते हैं और अपना चरित्र स्वच्छ व निर्मल बना सकते हैं। इसके लिए हमें साबुन और पानी की आवश्यकता भी नहीं पढ़ेगी। साबुन और पानी तो शरीर का मैल साफ करते हैं परन्तु निंदा करने वाला व्यक्ति मन और चरित्र का मैल साफ कर देता है।