aanyay sahan karna uthna hi pap hai jitna ki anyaay karna?is vishay par ek lekh likho

मित्र हम आपको कुछ पंक्तियाँ लिखकर दे रहे हैं। कृपया इसे आप स्वयं विस्तारपूर्वक लिखने का प्रयास करें।

अन्याय करना सबसे बड़ा पाप है, परंतु इससे भी बड़ा पाप है इसे सहना। मनुष्य को कभी किसी भी तरह का अन्याय नहीं सहना चाहिए। चुपचाप सहते रहना किसी भी समस्या का हल नहीं है। अन्याय के खिलाफ सदैव आवाज़ उठानी चाहिए। यदि इसका विरोध नहीं किया गया तो अन्याय करने वाले का साहस बढ़ जाएगा और वह अन्याय करते रह जाएँगे। इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए हमें इससे लड़ना चाहिए।...............................  

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