aapke vichar se hamare mahan vidvano ne kis tarah ke barath ke sapne dekhe the
उन्होंने ऐसे भारत के सपने देखें होगें जहाँ चोरी, स्वार्थ, लालच, धार्मिक या जातिय भेदभाव का कोई स्थान नहीं होगा। वहाँ सब लोग प्रेम, भाईचारे, सत्य, अहिंसा और परोपकार जैसी भावनाओं को बढ़ावा देते हुए समाज का कल्याण कर रहे होगें।