Aashye spasht kigiye
प्रिय मित्र!
आपके प्रश्न के लिए हम अपने विचार दे रहे हैं। आप इसकी सहायता से अपना उत्तर पूरा कर सकते हैं।
26 जनवरी 1931 का दिन इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है क्योंकि आज ही के दिन अर्थात 26 जनवरी 1930 को परतंत्र भारत में प्रथम स्वाधीनता दिवस मनाया गया था। आज के दिन इसी बात को दोहराया जाएगा अर्थात स्वतंत्रता दिवस पुन: मनाया जाएगा। पहले स्वतंत्रता दिवस में ठीक से योगदान न दे सकने के कारण, इस वर्ष इसकी तैयारी पहले से ही कर ली गई थी अर्थात स्वतंत्रता दिवस मनाने की योजना पहले ही बना ली गई थी।
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26 जनवरी 1931 का दिन इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है क्योंकि आज ही के दिन अर्थात 26 जनवरी 1930 को परतंत्र भारत में प्रथम स्वाधीनता दिवस मनाया गया था। आज के दिन इसी बात को दोहराया जाएगा अर्थात स्वतंत्रता दिवस पुन: मनाया जाएगा। पहले स्वतंत्रता दिवस में ठीक से योगदान न दे सकने के कारण, इस वर्ष इसकी तैयारी पहले से ही कर ली गई थी अर्थात स्वतंत्रता दिवस मनाने की योजना पहले ही बना ली गई थी।