Agar hindustaniyo me ekta hi hoti to kyaa muthibhar videshi hum par shasan kar paate .Taangewale ke es kathan par apne vichar likhye
मित्र हिन्दुस्तानियों में कभी भाईचारे की कमी नहीं थी। मगर उस समय देश एकता के सूत्र में नहीं बंधा था। देश विभिन्न छोटे-छोटे राज्यों में बँटा था। इस कारण प्रत्येक राज्य के लोगों की परिधि उनके राज्य तक सीमित थी। अतः जब तक उनके राज्य पर हमला नहीं होता, वे चुप ही रहते थे। यह बात सही है कि यदि हम सभी एक सूत्र में बंधे होते तो हम कभी किसी के गुलाम नहीं होते। हम मजबूत होते और विश्व में सबसे बड़ी शक्ति के रूप में विद्यमान होते।