Answer all the three questions
प्रिय मित्र!
हम एक बार में सभी प्रश्नों का उत्तर नहीं दे सकते हैं। हम प्रथम का उत्तर दे रहे। आप अपने अन्य प्रश्न पुन: पूछ सकते हैं।
जब बाल गोबिन भगत का मन उनके तन पर हावी हो जाता था, तब वे खँजड़ी लेकर नृत्य की मुद्रा में आ जाते थे। साथ ही, सब लोग भी अपने तन और मन दोनों से नाचने लगते थे। सारा वातावरण नृत्य-संगीत से झूम उठता था।
हम एक बार में सभी प्रश्नों का उत्तर नहीं दे सकते हैं। हम प्रथम का उत्तर दे रहे। आप अपने अन्य प्रश्न पुन: पूछ सकते हैं।
जब बाल गोबिन भगत का मन उनके तन पर हावी हो जाता था, तब वे खँजड़ी लेकर नृत्य की मुद्रा में आ जाते थे। साथ ही, सब लोग भी अपने तन और मन दोनों से नाचने लगते थे। सारा वातावरण नृत्य-संगीत से झूम उठता था।