Answer please (quick please)
प्रिय मित्र!
हमारे एक मित्र ने आपके प्रश्न का उत्तर दिया है(धन्यवाद मित्र)। हम भी अपने विचार दे रहे हैं:-
पक्ष में - भारतीय नागरिक अपने देश के पर्यटन स्थलों को छोड़कर विदेशी पर्यटन स्थलों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। अपने देश में ही पर्यटन स्थलों पर जाना कई बार बहुत महंगा पड़ जाता है। इससे कम खर्चे में आस-पास के देशों में भ्रमण के लिए जा सकते हैं। हमारे देश के पर्यटन स्थलों की तुलना में विदेशी पर्यटन स्थल बहुत साफ़-सुथरे और स्वच्छ होते हैं। वहाँ पर घूम कर एक अलग अहसास होता है। विदेशी पर्यटन स्थलों में जाकर वहाँ की संस्कृति, रहन-सहन, खान-पान इत्यादि सभी प्रकार की जानकारी मिलती है। विदेशी पर्यटन स्थलों में जाने से अपनी संस्कृति का प्रचार भी हो जाता है।
विपक्ष में – विदेशी पर्यटन स्थलों में जाकर हम अपने देश के पर्यटन और राजस्व के साथ गलत करते हैं। इससे पैसे का अवमूल्यन होता है। विदेशी भ्रमण के बहाने से उनकी संस्कृति और धर्म के प्रति आकर्षित होते हैं। अपने देश की आर्थिक स्थिति भी कमजोर होती है।
हमारे एक मित्र ने आपके प्रश्न का उत्तर दिया है(धन्यवाद मित्र)। हम भी अपने विचार दे रहे हैं:-
पक्ष में - भारतीय नागरिक अपने देश के पर्यटन स्थलों को छोड़कर विदेशी पर्यटन स्थलों की ओर आकर्षित हो रहे हैं। अपने देश में ही पर्यटन स्थलों पर जाना कई बार बहुत महंगा पड़ जाता है। इससे कम खर्चे में आस-पास के देशों में भ्रमण के लिए जा सकते हैं। हमारे देश के पर्यटन स्थलों की तुलना में विदेशी पर्यटन स्थल बहुत साफ़-सुथरे और स्वच्छ होते हैं। वहाँ पर घूम कर एक अलग अहसास होता है। विदेशी पर्यटन स्थलों में जाकर वहाँ की संस्कृति, रहन-सहन, खान-पान इत्यादि सभी प्रकार की जानकारी मिलती है। विदेशी पर्यटन स्थलों में जाने से अपनी संस्कृति का प्रचार भी हो जाता है।
विपक्ष में – विदेशी पर्यटन स्थलों में जाकर हम अपने देश के पर्यटन और राजस्व के साथ गलत करते हैं। इससे पैसे का अवमूल्यन होता है। विदेशी भ्रमण के बहाने से उनकी संस्कृति और धर्म के प्रति आकर्षित होते हैं। अपने देश की आर्थिक स्थिति भी कमजोर होती है।