apni dadi ki swasth janne ke liye hetu patra
पताः- ......................
दिनाँकः- ..................
प्रिय दादीजी,
सादर प्रणाम!
कल आपके द्वारा भेजा गया उपहार मिला। उसे देखकर खुशी का ठिकाना नहीं रहा। आपने मेरे लिए घड़ी भेजी थी, वह बहुत ही प्यारी लगी। परन्तु यह जानकर बहुत दुख हुआ कि आपकी तबीयत खराब है और आप इसके बाद भी मेरे लिए बाज़ार गईं।
अब आपकी तबीयत कैसी है? क्या आप डॉक्टर को दिखाने गई थीं? डॉक्टर ने आपसे क्या कहा है? दादी आप इस तरह से अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ न करें। हमें आपकी बहुत ज़रूरत है। अपना ध्यान रखें और अपने स्वास्थ्य के विषय में मुझे सारी जानकारी अवश्य लिखकर भेजिएगा। मुझे आपके पत्र का इंतज़ार रहेगा।
अब पत्र समाप्त करता हूँ। घर में माँ-बापूजी तथा दादाजी को मेरा प्रणाम कहिएगा।
आपका पोता
श्री राम
दिनाँकः- ..................
प्रिय दादीजी,
सादर प्रणाम!
कल आपके द्वारा भेजा गया उपहार मिला। उसे देखकर खुशी का ठिकाना नहीं रहा। आपने मेरे लिए घड़ी भेजी थी, वह बहुत ही प्यारी लगी। परन्तु यह जानकर बहुत दुख हुआ कि आपकी तबीयत खराब है और आप इसके बाद भी मेरे लिए बाज़ार गईं।
अब आपकी तबीयत कैसी है? क्या आप डॉक्टर को दिखाने गई थीं? डॉक्टर ने आपसे क्या कहा है? दादी आप इस तरह से अपनी सेहत के साथ खिलवाड़ न करें। हमें आपकी बहुत ज़रूरत है। अपना ध्यान रखें और अपने स्वास्थ्य के विषय में मुझे सारी जानकारी अवश्य लिखकर भेजिएगा। मुझे आपके पत्र का इंतज़ार रहेगा।
अब पत्र समाप्त करता हूँ। घर में माँ-बापूजी तथा दादाजी को मेरा प्रणाम कहिएगा।
आपका पोता
श्री राम