Asha hi jeevan hai Vishay par nibandh likhiye in Hindi

मित्र!
आपका उत्तर इस प्रकार है।

 

मनुष्य को कभी भी आशा नहीं छोड़नी चाहिए क्योंकि आशा ही जीवन है। जीवन से निराश हुआ व्यक्ति नकारात्मक सोच रखता है।  सकारात्मक सोच रखने वाला व्यक्ति हमेशा आशावान रहता है। जीवन में दृढ़ साहस और मेहनत मनुष्य को निश्चय ही सफलता दिलाती है। आशा की सही परिभाषा  वह दे सकता है, जो बिल्कुल डूब चुका हो और उसे सिर्फ तिनके का सहारा हो। यह आशा ही है, जो उसे तिनके के सहारे से भी बचा लेती है। जिस प्रकार समय एक-सा नहीं रहता। हमेशा ही रात नहीं होती। हमेशा ही दिन  भी नहीं रहता। परिवर्तन चलता रहता है। उसी प्रकार जीवन में आशा और निराशा का भाव मनुष्य के स्वभाव के साथ हमेशा रहता है। हमें कभी भी आशा नहीं छोड़नी चाहिए। आशा ही हमारे जीवन का सहारा है।

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