atishoukti alankar ka kya arth hai.gove examples
अत्यधिक बढ़-चढ़कर प्रशंसा करना। जैसे हनुमान की पूंछ में लग ना पाई आग लंका सगरी जल गई, गए निशाचर भाग।
इसमें हनुमानजी की बढ़-चढ़कर प्रशंसा की गई है। कवि के अनुसार हनुमान जी की पूंछ में आग लगी भी नहीं थी कि सारी लंका चल गई।
यह बहुत अधिक हो गया है। ऐसा होना संभव नहीं हो सकता है। इसलिए यह अतिशयोक्ति अलंकार का उदाहरण है।