Bhagwan ki Mann samaj mein fail Hue andhvishwas Ka Shikar Kaise Bani
मित्र
जब कोई मर जाता है, तो उसका परिवार कुछ दिनों का सूतक रखते हैं। सूतक अर्थ होता है किसी की मृत्यु तथा जन्म में उस परिवार के लोगों पर लगने वाली अपवित्रता। ऐसे घर के लोगों को अपवित्र माना जाता है। उनके घर का न खाया जाता है और न पानी पीया जाता है। घर के लोग भी किसी के घर का खाते-पीते नहीं हैं। उनके घर में प्याज़, लहसुन, अदरक, माँस, कुछ खरीदना आदि निषेध होता है। पाठ में बुढ़िया के बेटे की मृत्यु हो जाने पर उसके घर में भी सूतक लगा हुआ था। परंतु अपने घर के पालन-पोषण के लिए बुढ़िया को विवश होकर उस दुख के समय में भी बाज़ार में खरबूज़े बेचने आना पड़ा।
जब कोई मर जाता है, तो उसका परिवार कुछ दिनों का सूतक रखते हैं। सूतक अर्थ होता है किसी की मृत्यु तथा जन्म में उस परिवार के लोगों पर लगने वाली अपवित्रता। ऐसे घर के लोगों को अपवित्र माना जाता है। उनके घर का न खाया जाता है और न पानी पीया जाता है। घर के लोग भी किसी के घर का खाते-पीते नहीं हैं। उनके घर में प्याज़, लहसुन, अदरक, माँस, कुछ खरीदना आदि निषेध होता है। पाठ में बुढ़िया के बेटे की मृत्यु हो जाने पर उसके घर में भी सूतक लगा हुआ था। परंतु अपने घर के पालन-पोषण के लिए बुढ़िया को विवश होकर उस दुख के समय में भी बाज़ार में खरबूज़े बेचने आना पड़ा।