BHAJENDRIYA PAL PAR MRITHYU SANKAT KAISE PADA? US KI RAKSHA KISNE KEE? AUR KAISE KI?
मित्र!
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है-
बचेंद्री पाल के दल ने एक स्थान पर पड़ाव डाला था। रात को उनके तंबू पर बर्फ का एक बहुत बड़ा पिंड आ गिरा। वह उनके सिर पर लगा। वे जाग गई और ज़ोर के धमाके की आवाज़ ने उन्हें दहला दिया। यह ल्होत्से ग्लेशियर का टूटा हुआ एक भाग था। इसका गिरना ऐसा था, जैसे एक्सप्रेस रेलगाड़ी द्वारा तेज़ स्पीड कर भयानक गर्जना करके गिरना। यह इतना भयानक था कि कैंप नष्ट हो गया। लेखिका इसके नीचे दब गई थी। लेखिका पर मृत्यु का संकट आन पड़ा। लोपसांग ने अपनी स्वीस छुरी का प्रयोग कर उन्हें बचा लिया।
आपके प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है-
बचेंद्री पाल के दल ने एक स्थान पर पड़ाव डाला था। रात को उनके तंबू पर बर्फ का एक बहुत बड़ा पिंड आ गिरा। वह उनके सिर पर लगा। वे जाग गई और ज़ोर के धमाके की आवाज़ ने उन्हें दहला दिया। यह ल्होत्से ग्लेशियर का टूटा हुआ एक भाग था। इसका गिरना ऐसा था, जैसे एक्सप्रेस रेलगाड़ी द्वारा तेज़ स्पीड कर भयानक गर्जना करके गिरना। यह इतना भयानक था कि कैंप नष्ट हो गया। लेखिका इसके नीचे दब गई थी। लेखिका पर मृत्यु का संकट आन पड़ा। लोपसांग ने अपनी स्वीस छुरी का प्रयोग कर उन्हें बचा लिया।